Birthday Special: टाइगर हिल का टाइगर कहे जाते है “कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव”
हाथ से हाथ की लड़ाई में कैप्टन योगेंद्र ने 4 पाकिस्तानियों को किया था ढ़ेर
नई दिल्ली। टाइगर हिल का टाइगर कहे जाने वाले कैप्टन योगेन्द्र सिंह जिसने 15 गोलियां लगने के बाद भी हार नही मानी आखिरकर उन्होंने दुश्मनों के कई बंकर को तबाह ही कर दिया। कैप्टन योगेन्द्र सिंह मात्र 19 वर्ष की आयु में परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के सैनिक हैं।
जीवन परिचय
कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव का जन्म 10 मई 1980 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले औरंगाबाद अहीर गांव में एक फौजी परिवार में हुआ था। उनके पिता राम करण सिंह यादव ने 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों में भाग लेकर कुमाऊं रेजिमेंट में सेवा की थी। इनकी मां का नाम संतरा देवी है। इनके बड़े भाई जितेंद्र सिंह यादव भी सेना की आर्टिलरी शाखा में हैं। यादव 16 साल और 5 महीने की उम्र में ही भारतीय सेना में शामिल हो गए थे।
शिक्षा
कैप्टन योगेंद्र सिंह ने अपने गांव औरंगाबाद अहिरो के एक सरकारी स्कूल से हाइस्कूल पास किया है।
व्यक्तिगत जीवन
5मई 1999 को कैप्टन योगेंद्र सिंह की शादी रीना यादव से हुई। इनके 2 बेटे है प्रशांत और विशांति
देश के सैनिक के रूप में जीवन
ग्रेनेडियर यादव 18 ग्रेनेडियर्स के साथ कार्यरत कमांडो प्लाटून ‘घातक’ का हिस्सा थे, जो 4 जुलाई 1999 के शुरुआती घंटों में टाइगर हिल पर तीन सामरिक बंकरों पर कब्ज़ा करने के लिए नामित की गयी थी। बंकर एक ऊर्ध्वाधर, बर्फ से ढके हुए 1000 फुट ऊंची चट्टान के शीर्ष पर स्थित था। यादव स्वेच्छा से चट्टान पर चढ़ गए और भविष्य में आवश्यकता की सम्भावना के चलते रस्सियों को स्थापित किया। आधे रस्ते में एक दुश्मन बंकर ने मशीन गन और रॉकेट फायर खोल दी जिसमे प्लाटून कमांडर और दो अन्य शहीद हो गए। अपने गले और कंधे में तीन गोलियों के लगने के बावजूद, यादव शेष 60 फीट चढ़ गए और शीर्ष पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद वह पहले बंकर में घुस गए और एक ग्रेनेड से चार पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या कर दी और दुश्मन को स्तब्ध कर दिया, जिससे बाकी प्लाटून को चट्टान पर चढ़ने का मौका मिला। उसके बाद यादव ने अपने दो साथी सैनिकों के साथ दूसरे बंकर पर हमला किया और हाथ से हाथ की लड़ाई में चार पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की। प्लाटून टाइगर हिल पर काबिज होने में सफल रही।
उपलब्धियां
भारत के राष्ट्रपति ने कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव को परमवीर चक्र से सम्मानित किया है। कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव परमवीर चक्र पाने वाले देश के सबसे युवा सैनिक हैं।