Death Anniversary: सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा के रचयिता थे मोहम्मद इकबाल, इनके नेतृत्व में ही भारत के विभाजन की उठी थी मांग
पाकिस्तान के निर्माण में मोहम्मद इकबाल ने निभाई थी मुख्य भुमिका
नई दिल्ली। मोहम्मद इकबाल एक कवि, दार्शनिक और राजनेता थे। उन्होने ‘सारे जहां से अच्छा’ गीत बच्चों के लिए लिखा था। इसके अलावा इक़बाल ने ‘लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी…गीत को भी लिखा था। विश्व के प्रसिद्ध शायरों में एक मोहम्मद इकबाल की बेहतरीन रचनाओं से प्रभावित होकर ब्रिटिश सरकार ने उन्हें ‘सर’ की उपाधि प्रदान की थी।
जन्म
मोहम्मद इकबाल का जन्म 9 नवंबर 1877 को पंजाब के सियालकोट में हुआ था। उनके पिता का नाम शेख़ नूर मोहम्मद था तथा उनकी माता का नाम इमाम बीबी था।
शिक्षा
मोहम्मद इकबाल ने सरकारी कॉलेज, लाहौर में शिक्षा प्राप्त की। 1905 से 1908 तक उन्होने यूरोप में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से दर्शन में अपनी डिग्री अर्जित की इसके बाद उन्होने लंदन में बैरिस्टर के रूप में योग्यता प्राप्त की, और म्यूनिख विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट प्राप्त की।
व्यक्तिगत जीवन
मोहम्मद इक़बाल ने तीन विवाह किये थे। इनका पहला विवाह करीम बीबी के साथ हुआ। इससे इक़बाल एक पुत्री मिराज बेगम और पुत्र आफ़ताब इक़बाल के पिता बनें। इसके बाद इक़बाल ने दूसरा विवाह सरदार बेगम के साथ किया, इससे उन्हें पुत्र जाविद इक़बाल की प्राप्ति हुई। दिसम्बर 1914 में इक़बाल ने तीसरा विवाह मुख़्तार बेगम के साथ किया।
राष्ट्रकवि
उन्हें पाकिस्तान में राष्ट्रकवि माना जाता है। उन्हें अलामा इक़बाल (विद्वान इक़बाल), मुफ्फकिर-ए-पाकिस्तान (पाकिस्तान का विचारक), शायर-ए-मशरीक़ (पूरब का शायर) और हकीम-उल-उम्मत (उम्मा का विद्वान) भी कहा जाता है।
मृत्यु
मोहम्मद इक़बाल की मृत्यु 60 की आयु में 21 अप्रैल, 1938 को लाहौर पंजाब में हुई।