गांव चौटाला में आयोजित 30वां रक्तदान शिविर – जेपी गोदारा
ऐलनाबाद (एमपी भार्गव): पब्लिक रिलेशन हेल्प फाउंडेशन राष्ट्रीय ट्रस्ट द्वारा बाबा भोलागिरी जी डेरा चौटाला में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर गांव चौटाला में 30वां रक्तदान शिविर था, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा बड़े उत्साह और सामूहिकता के साथ समर्थन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोग और समाजसेवी शामिल हुए और रक्तदान का महत्व बताया।
शिविर का उद्घाटन और स्वागत
रक्तदान शिविर का उद्घाटन पूरी रेड क्रॉस सोसाइटी ब्लड बैंक टीम के सदस्य डॉ. ओमप्रकाश सैनी द्वारा किया गया। रक्तदान शिविर की शुरुआत में ट्रस्ट द्वारा डॉक्टरों और टीम को माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद रिबन काटकर इस शिविर की औपचारिक शुरुआत की गई। इस शिविर का आयोजन खासतौर पर गांव चौटाला के लोगों की मदद से किया गया, ताकि जरूरतमंदों को रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
रक्त एकत्रण की प्रक्रिया और सफलता
रेड क्रॉस सोसाइटी सिरसा की टीम ने रक्त एकत्रित करने की प्रक्रिया शुरू की। शिविर के दौरान 90 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह रक्त विभिन्न जरूरतमंदों के लिए एकत्रित किया गया और ब्लड बैंक के स्टोर में जमा किया गया। रक्तदान करने वाले सभी लोगों और ट्रस्ट की टीम को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य आने वाले समय में किसानी सीजन और गर्मी के मद्देनजर रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित करना था।
आने वाली चुनौतियों का समाधान
जय प्रकाश (जेपी) गोदारा ने इस अवसर पर बताया कि आने वाले दिनों में गर्मी और किसानी सीजन के कारण रक्त की मांग बढ़ने वाली है। ऐसे में इस शिविर का आयोजन करना एक सटीक कदम साबित हुआ है। उनका कहना था कि इस शिविर के जरिए जमा किए गए रक्त की मात्रा से ब्लड बैंक की स्टोर व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित हो जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आगे भी रक्तदान के इस कार्य में भाग लें और रक्त की कमी को दूर करने में सहयोग दें।
मिशन रक्तक्रांति की दिशा
राष्ट्रीय ट्रस्ट के अध्यक्ष सुशील कुमार गोयल ने इस अवसर पर मिशन रक्तक्रांति के बारे में बात की। उनका कहना था कि मिशन रक्तक्रांति की नींव लगातार हरियाणा के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी मजबूती से पड़ी है। उन्होंने बताया कि चौटाला गांव रक्तवीरों का गांव है, जहां के लोग रक्तदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। गांव के लोग सरकारी ब्लड बैंक के साथ जुड़े रहते हैं और किसी भी आपातकालीन स्थिति में रक्तदान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
महिला शक्ति का योगदान
सुधीर कुमार सोलड़ा ने बताया कि इस रक्तदान शिविर में महिला शक्ति का भी काफी योगदान रहा। उन्होंने बताया कि महिलाएं भी अब रक्तदान के प्रति जागरूक हो रही हैं और बड़ी संख्या में रक्तदान कर रही हैं। यह देखकर समाज में रक्तदान के प्रति उत्साह बढ़ा है। महिलाओं की भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि रक्तदान अब केवल पुरुषों तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाएं भी इस नेक कार्य में शामिल हो रही हैं।
समाजसेवियों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों का योगदान
इस आयोजन में कई प्रमुख समाजसेवी और स्थानीय नेता भी शामिल हुए। इन लोगों ने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया और रक्तदान के महत्व को लोगों तक पहुंचाया। इस अवसर पर संत अलोक गिरी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मपाल गोयल, जेपी गोदारा, शरबन शीला, उदयपाल विश्नोई, विनोद मेहड़ा, विजय मैम्बर, रमेश गोदारा, धीरू सोलड़ा, रोहित गहलोत, रामपाल, सदीप भाटी, मोहित, सुमित, रविद्र रत्ताखेड़ा, रायसाहब गोदारा, डॉ. भूरा राम तेजाखेड़ा, रवि जाखड़, राजकुमार जाखड़, कुलदीप मलिकपुरा जैसे सम्मानित लोग उपस्थित थे।
रक्तदान के महत्व पर प्रकाश
रक्तदान एक ऐसा कार्य है जो किसी भी व्यक्ति की जान बचाने में मदद करता है। यह न केवल एक समाजिक दायित्व है, बल्कि एक महान मानवीय कार्य भी है। रक्तदान से न केवल किसी की जान बचाई जा सकती है, बल्कि यह समाज में एकता और समर्पण की भावना को भी बढ़ावा देता है। इस प्रकार के आयोजनों से रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ती है और लोग इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित होते हैं।
आगे का रोडमैप और भविष्य की योजनाएं
जय प्रकाश गोदारा ने बताया कि भविष्य में इस तरह के रक्तदान शिविर और कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग रक्तदान के महत्व को समझें और आगे आकर इस पुण्य कार्य में भाग लें। उन्होंने यह भी कहा कि गांव चौटाला में इस प्रकार के आयोजन से न केवल रक्तदान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यहां के लोग एकजुट होकर सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेंगे और समुदाय की भलाई के लिए काम करेंगे।
गांव चौटाला में आयोजित 30वें रक्तदान शिविर ने एक सकारात्मक संदेश दिया कि समाज में रक्तदान के महत्व को समझते हुए लोग अब इस कार्य में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। रक्तदान न केवल जीवन रक्षक है, बल्कि यह समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देता है। इस शिविर का आयोजन निश्चित ही आने वाले समय में रक्त की आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद करेगा और दूसरों को प्रेरित करेगा कि वे भी इस नेक कार्य में भाग लें।