होली क्रॉस स्कूल, दरभंगा में 30वां वार्षिक उत्सव, ए. डी. जे. ने दी प्रेरणादायक सलाह

ए. डी. जे. सुमन कुमार दिवाकर ने छात्रों को 'कटिंग एज स्मार्ट' बनने का दिया संदेश

दरभंगा : दरभंगा के होली क्रॉस स्कूल में 30वें वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि, जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने छात्रों और अभिभावकों को प्रेरणादायक संदेश देते हुए कहा कि आज के दौर में छात्रों को केवल स्मार्ट नहीं, बल्कि ‘कटिंग एज स्मार्ट’ व्यक्तित्व विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने सफलता की कुंजी के रूप में तीन ‘डी’ – डिसिजन (निर्णय), डिटरमिनेशन (दृढ़ निश्चय), और डायरेक्शन (दिशा) का उल्लेख किया, जिन पर अमल कर छात्र अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

सोशल मीडिया से संवादहीनता पर चिंता जताई
न्यायाधीश श्री दिवाकर ने तकनीकी युग में सोशल मीडिया के प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह छात्रों और अभिभावकों के बीच अनजाने में संवादहीनता की स्थिति उत्पन्न करता है, जो छात्रों के निर्णय लेने और उनकी सफलता में बाधक बन सकती है। उन्होंने संचार क्रांति का सकारात्मक उपयोग करने और इस दूरी को पाटने पर जोर दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समा बांध दिया
कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए न्यायाधीश दिवाकर ने कहा कि छात्राओं की प्रतिभा और आत्मविश्वास यह सिद्ध करता है कि उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने स्कूल के फाउंडिंग फादर के दूरदर्शी दृष्टिकोण की भी प्रशंसा की, जिन्होंने लगभग 50 साल पहले बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाया था।

वार्षिक उत्सव का मुख्य संदेश ‘विश्व शांति’
होली क्रॉस स्कूल के 30वें वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि सुमन कुमार दिवाकर ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और ईश्वर की आराधना से हुई। छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य और गीत के जरिए समाज की कुरीतियों पर प्रहार करते हुए नई चेतना का संदेश दिया गया। इस वर्ष उत्सव का मुख्य संदेश ‘विश्व शांति’ था, जिसे नृत्य-नाटिका “शांति एक युद्ध” के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।

प्रधानाचार्या ने विद्यालय की उपलब्धियों का किया उल्लेख
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या सिस्टर जैंसी मैथ्यू ने स्कूल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने विद्यालय की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है। इसके अलावा, कमजोर और जरूरतमंद बच्चों को 9 लाख रुपये का आर्थिक अनुदान और नई शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रम में सुधार की बातें भी साझा की।

कार्यक्रम में शिक्षकों और स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान
कार्यक्रम के सफल संचालन में स्कूल प्रबंधिका सिस्टर नीली कुजूर, शिक्षा समन्वयक सिस्टर एलसीट और उप-प्रधानाचार्या सिस्टर सूरीना केरकेट्टा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षकों, स्टाफ और छात्राओं के योगदान से इस आयोजन को सफलता मिली। कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों, अभिभावकों और विद्यालय परिवार को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.