24 लाख वोटर 25 मई को चुनेंगे अपना सांसद, फरीदाबाद में चुनाव को लेकर क्या तैयारी जानें

हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग होंगी। प्रदेश में छठे चरण में एक साथ ही मतदान होगा। साल 2019 में भी राज्य में छठे चरण में चुनाव हुआ था।

हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग होंगी। प्रदेश में छठे चरण में एक साथ ही मतदान होगा। साल 2019 में भी राज्य में छठे चरण में चुनाव हुआ था। पिछली बार 12 मई को राज्य में चुनाव हुआ था, लेकिन इस बार 29 अप्रैल को नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी तथा 25 मई को मतदान कराया जाएगा।

फरीदाबाद में भी चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। फरीदाबाद लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होगा। चार जून को वोटों की गिनती होगी। इस लिहाज से फरीदाबाद के लोकसभा प्रत्याशियों को प्रचार के लिए लंबा समय मिल सकेगा। वह यहां दो जिलों की सभी नौ विधानसभाओं में घूम सकेंगे। अभी इस सीट के लिए केवल बीजेपी ने ही अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आचार संहिता लागू होने के साथ ही शहर में लगे राजनीतिक दलों के होर्डिंग हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। सार्वजनिक संपत्तियों पर किसी भी तरह के प्रचार पर रोक लगा दी गई है। चुनावी कार्यक्रम के अनुसार फरीदाबाद में चुनाव के लिए 29 अप्रैल को गजट का नोटिफिकेशन होगा। इसी के साथ 29 अप्रैल से ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। छह मई को नामांकन का अंतिम दिन होगा। सात मई को नामांकन-पत्रों की जांच होगी। नौ मई को नाम वापस लिए जा सकेंगे।

BJP के अलावा किसी का प्रत्याशी अभी तय नहीं
फरीदाबाद लोकसभा सीट के तहत पलवल और फरीदाबाद जिले की नौ विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें छह विधानसभा क्षेत्र फरीदाबाद में हैं। नौ सीटों में से सात पर बीजेपी के विधायक हैं। एनआईटी में कांग्रेस के नीरज शर्मा और पृथला में निर्दलीय नयनपाल रावत विधायक हैं। रावत ने बीजेपी को समर्थन दिया हुआ है। हरियाणा में कांग्रेस और आप मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि बीजेपी से जेजेपी अलग हो चुकी है। लिहाजा बीजेपी अकेले लड़ रही है। फरीदाबाद में बीजेपी ने दो बार से लगातार जीत रहे कृष्णपाल गुर्जर को टिकट दिया है। अन्य राजनीतिक दल अभी अपना प्रत्याशी तय नहीं कर सके हैं। कांग्रेस में प्रत्याशी के लिए आवेदन दिए जा चुके हैं, लेकिन अभी किसी को तय नहीं किया जा सका है। चुनाव की तारीख घोषित होने से फरीदाबाद में प्रचार के लिए दो माह से भी अधिक समय मिल गया है। बीजेपी प्रचार के मामले में आगे रहेगी, क्योंकि प्रत्याशी घोषित हो चुका है। कांग्रेस व अन्य दल अभी वेटिंग में हैं। अब टिकट घोषित होने में जितना अधिक समय लगेगा, उतना ही प्रचार के लिए कम समय मिलेगा। ऐसे में सभी दलों पर जल्द टिकट घोषित करने का प्रेशर होगा।

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