डीएम की अध्यक्षता में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 166 अभ्यर्थियों का चयन

8213 अभ्यर्थियों का हुआ अब तक चयन, परंपरागत कारीगरों को मिलेगा प्रशिक्षण और टूलकिट

बदायूँ: जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कार्यों की समीक्षा की गई। इस बैठक में डीएम ने परंपरागत कारीगरों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने पर जोर दिया और 166 अभ्यर्थियों का चयन किया। अब तक कुल 8213 अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है।

अगली बैठक में सरकारी और गैर सरकारी ट्रेनिंग पार्टनर्स को बुलाने का निर्णय
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आगामी समीक्षा बैठक में सभी सरकारी और गैर सरकारी ट्रेनिंग पार्टनर्स को बुलाया जाए। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि जिन अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है, उन्हें टूलकिट उपलब्ध कराई जाए।

पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
जिलाधिकारी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कुम्हार, दर्जी, मूर्तिकारों और कपड़े धोने वाले श्रमिकों का आर्थिक सशक्तिकरण किया जाएगा।

चयनित अभ्यर्थियों में विविध ट्रेड के कारीगर शामिल
बैठक में 166 चयनित अभ्यर्थियों में 35 दर्जी, 42 राजमिस्त्री और 89 अन्य ट्रेड के कारीगर शामिल हैं। इनमें से 143 अभ्यर्थी ब्लॉक स्तर और 23 नगर स्तर के हैं। अब तक चयनित कुल 8213 अभ्यर्थियों में 4930 दर्जी, 1229 राजमिस्त्री और 2054 अन्य ट्रेड के कारीगर शामिल हैं।

इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, उपायुक्त उद्योग सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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