ओडिशा में पटरी से उतरे कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बे, कोई हताहत नहीं
भुवनेश्वर, 30 मार्च: ओडिशा के कटक जिले के चौद्वार क्षेत्र में रविवार को एक बड़ी रेल दुर्घटना घटी, जब कामाख्या एक्सप्रेस (12551) के 11 डिब्बे निर्गुंडी स्टेशन के पास पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना के बाद राहत की बात यह रही कि ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे और किसी भी यात्री के घायल होने या हताहत होने की कोई खबर नहीं आई है।
दुर्घटना का दृश्य बेहद चौंकाने वाला था, लेकिन राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी भी यात्री को गंभीर चोटें नहीं आईं। कामाख्या एक्सप्रेस की यह दुर्घटना ओडिशा के कटक जिले के निर्गुंडी स्टेशन के पास हुई थी, जहाँ ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और मौके पर राहत एवं बहाली कार्य शुरू कर दिया।
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद रेलवे अधिकारियों ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, “एसएमवीटी कामाख्या एक्सप्रेस निर्गुंडी स्टेशन के पास पटरी से उतर गई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और इस घटना में किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई है।” घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया।
रेलवे अधिकारियों ने यह भी बताया कि ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद किसी भी यात्री को गंभीर चोटें नहीं आईं, और सभी यात्री सुरक्षित हैं। राहत कार्य को प्राथमिकता दी गई और यात्रियों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कोशिश की गई। इसके अलावा, अधिकारियों ने यह भी बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
दुर्घटना के कारणों की जांच
रेलवे अधिकारियों ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए अपनी जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ट्रेन के डिब्बे पटरी से क्यों उतरे, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह घटना तकनीकी या मौसम से जुड़ी हो सकती है। घटना की जांच के लिए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं, ताकि हादसे के सही कारण का पता चल सके।
इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने प्रभावित मार्ग पर यातायात को भी प्रभावित किया है, और यात्रीगण को इसके बारे में सूचित किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
राहत और बहाली कार्य
दुर्घटना के बाद रेलवे अधिकारियों ने राहत और बहाली कार्य तुरंत शुरू किया। राहत कार्य में रेलवे के तकनीकी दल, बचाव दल और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए। सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए। साथ ही, ट्रेन के डिब्बों को पटरी से उतारने और यातायात बहाल करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई।
रेलवे विभाग के अधिकारी लगातार घटनास्थल पर मौजूद थे और राहत कार्य की निगरानी कर रहे थे। घटना के बाद किसी भी यात्री को कोई तकलीफ न हो, इसके लिए उन्हें जल, खाना और चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। यह कदम इस बात को सुनिश्चित करता है कि दुर्घटना के बाद यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे की विस्तृत जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इसके लिए सुरक्षा उपायों को और अधिक कड़ा किया जाएगा। हालांकि, इस दुर्घटना में किसी यात्री के घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन रेलवे विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
रेलवे विभाग के सूत्रों के अनुसार, दुर्घटना की वजह की जांच के बाद यदि कोई तकनीकी गड़बड़ी या खामी पाई जाती है, तो उसे तत्काल ठीक किया जाएगा। इसके अलावा, सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाएगा ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में टाला जा सके।
ओडिशा के कटक जिले के चौद्वार क्षेत्र में कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बों का पटरी से उतरना एक बड़ी घटना थी, लेकिन इस दुर्घटना में राहत की बात यह रही कि कोई भी यात्री हताहत नहीं हुआ। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इस घटना की जांच की जा रही है और इसकी वजह का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। रेलवे प्रशासन इस दुर्घटना को लेकर गंभीर है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।