उझानी। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में संजरपुर रोड स्थित पूर्व शिक्षक स्वर्गीय जय सिंह यादव के किसी फार्म पर 2 से 5 नवंबर तक होने जा रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के कलशों को तैयार किया जा रहा है।
शांतिकुंज हरिद्वार से आए योगाचार्य राम सिंह यादव ने कहा कि यज्ञ वातावरण से भारत दिव्य ज्ञान का स्रोत है। मर्यादा जीवन से मनुष्य हजारों मनको में चमकने वाला हीरा बन जाता है। बच्चों को संस्कारित कर उनकी प्रतिभाओं को बहुमूल्य बनाएं। उन्होंने कहा कि संयम, सेवा, स्वाध्याय से सन्मार्ग और श्रेष्ठ कार्यों से सद्गति मिलती है। युवा व्यसनों से बचकर युग निर्माणी बनें।
मातृशक्तियों और देवकन्याएं शक्ति कलशों पर ओम और स्वास्तिक के बनाकर सुसज्जित कर रही हैं। सुबह शाम आरती और जप किया जा रहा है।
आत्मीय परिजनों ने 2400 तीर्थ के जलरज से युक्त शक्तिकलश के साथ भावभरा आमंत्रण दिया जा रहा है। बरामालदेव, गंगोरा, बसोमा, रनऊ, वनगवां, जिरौली, गिनौरा के अलावा दर्जनों गांवों में भावभरा आमंत्रण दिया गया।
गायत्री महायज्ञ के संयोजक आर्येंद्र सिंह ने बताया कि 108 कुंडीय गायत्री महायी के लिए यज्ञशाला में यज्ञ कुंडों का निर्माण किया जा रहा है। जल की व्यवस्था भी की जा रही है।
मौके पर भुवनेश कुमार शर्मा, मनोज यादव, धीरेंद्र सोलंकी, अंकित, विवेक अग्रवाल, सुखपाल यादव, मदन सिंह, रघुनाथ सिंह, आदि मौजूद रहे।